Google की सफाई: AI फीचर्स से वेबसाइट ट्रैफिक को नुकसान नहीं
इन दिनों कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि Google के AI-संचालित सर्च फीचर्स और चैटबॉट्स की वजह से ऑनलाइन वेबसाइटों, विशेषकर न्यूज़ और पब्लिशिंग साइट्स का ट्रैफिक तेजी से गिर रहा है। हालांकि, Google ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा है कि कुल ऑर्गेनिक क्लिक वॉल्यूम स्थिर बना हुआ है, और वेबसाइटों को मिलने वाली क्लिक की गुणवत्ता (Click Quality) में भी थोड़ी बढ़ोतरी हुई है।

Google की सर्च प्रमुख लिज़ रीड ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा,
“हमारे डेटा के मुताबिक, जो बाहरी रिपोर्ट्स वेबसाइट ट्रैफिक में भारी गिरावट का दावा करती हैं, वे या तो अधूरी जानकारी पर आधारित हैं या फिर पुराने डेटा को AI फीचर्स से जोड़कर भ्रम पैदा कर रही हैं।”
AI फीचर्स और सर्च ट्रैफिक: सच्चाई कुछ और है?
हालांकि Google ने खुद कोई विशिष्ट डेटा साझा नहीं किया, लेकिन उसने स्वीकार किया कि “यूज़र्स की प्राथमिकताएं बदल रही हैं” और इससे कुछ वेबसाइटों को फायदा और कुछ को नुकसान हो रहा है।
यहाँ “कुछ वेबसाइटें” शब्द बहुत भारी है, क्योंकि Google यह स्पष्ट नहीं करता कि कितनी साइट्स को नुकसान हुआ है और कितनी को फायदा।
दूसरी ओर, ChatGPT जैसे AI चैटबॉट्स का ट्रैफिक हाल के महीनों में तेज़ी से बढ़ा है। इसका यह मतलब नहीं कि पब्लिशर्स को नुकसान नहीं हो रहा।

Google की सर्च रणनीति: AI Overviews और सीधे उत्तर
Google ने अपने सर्च इंजन में बदलाव करते हुए AI Overviews फीचर जोड़ा है, जो सर्च रिज़ल्ट्स के शीर्ष पर सीधे उत्तर देता है।
अब यूज़र्स को वेबसाइट्स पर जाने की ज़रूरत कम हो गई है — क्योंकि जरूरी जानकारी पहले ही दिखाई दे जाती है। इसके अलावा, कुछ क्वेरीज़ पर तो सीधे Google का AI चैटबॉट जवाब देता है।
Google का दावा है कि ये फीचर्स वेब ट्रैफिक को नकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं कर रहे हैं। बल्कि, लिज़ रीड के अनुसार:
“लोग अब ऐसे कंटेंट को पसंद कर रहे हैं जिसमें असली लोगों की आवाज़, अनुभव और बातचीत शामिल हो — जैसे फोरम, वीडियो, पॉडकास्ट और सोशल मीडिया पोस्ट्स।”
Google अब पहला स्टॉप नहीं?
असल में, Google खुद भी मानता है कि वह अब हर सर्च का पहला विकल्प नहीं है।
2022 में Google के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रभाकर राघवन ने खुद माना था कि:
“करीब 40% युवा जब लंच के लिए जगह ढूंढते हैं, तो वे Google Maps या Search की बजाय TikTok और Instagram का इस्तेमाल करते हैं।”
इसी तरह, Amazon अब पहली पसंद बन गया है शॉपिंग सर्चेस के लिए और Reddit उपयोगकर्ताओं का भरोसेमंद स्रोत बन गया है गहराई से रिसर्च के लिए।
Google ने Reddit की लोकप्रियता को स्वीकार करते हुए अपने सर्च रिज़ल्ट में “Reddit” नामक फ़िल्टर भी जोड़ा था — जो अब “Forums” नाम से उपलब्ध है।
Google का नया दृष्टिकोण: ‘क्लिक काउंट’ नहीं, ‘क्लिक क्वालिटी’ मायने रखती है
Google अब केवल क्लिक की संख्या को नहीं, बल्कि उनकी गुणवत्ता को महत्वपूर्ण मान रहा है।
“क्वालिटी क्लिक” का मतलब है — ऐसा क्लिक जिसके बाद उपयोगकर्ता तुरंत बैक नहीं जाता, बल्कि कंटेंट को पढ़ता है और साइट पर समय बिताता है।
Google का दावा है कि AI Overviews से आने वाले क्लिक उपयोगकर्ताओं को गहराई से जानकारी में ले जाते हैं, जिससे वे ज़्यादा मूल्यवान होते हैं।
Google कहता है:
“AI Overviews में अब पहले से ज्यादा लिंक्स दिखाई देती हैं, जिससे वेबसाइट्स के लिए और ज्यादा अवसर पैदा हो रहे हैं।”
लेकिन कुछ स्वतंत्र रिपोर्ट्स इसका अलग ही चित्र दिखा रही हैं।
Similarweb की रिपोर्ट: ‘Zero-Click Searches’ में तेज़ बढ़ोतरी
2024 में AI Overviews लॉन्च होने के बाद से Zero-Click Searches (यानि ऐसी सर्च जिनमें कोई लिंक पर क्लिक नहीं होता) की संख्या तेजी से बढ़ी है।
📊 अप्रैल 2024 में — 56%
📊 मई 2025 में — 69%
मतलब: 10 में से 7 बार यूज़र्स बिना किसी वेबसाइट पर जाए ही सर्च से संतुष्ट हो जाते हैं।
Google का समाधान: पब्लिशर्स को नए रास्ते
Google जानता है कि पब्लिशर्स का भरोसा डगमगा रहा है। इसी वजह से उसने हाल ही में एक नई सेवा शुरू की है, जिससे पब्लिशर्स विज्ञापन पर निर्भर हुए बिना माइक्रोपेमेंट्स, न्यूज़लेटर सब्सक्रिप्शन जैसे विकल्पों से कमाई कर सकें।
हालांकि, यह एक संकेत भी है कि स्थिति वाकई चिंताजनक है — तभी तो Google को खुद आकर सफाई देनी पड़ रही है कि “AI Search से ट्रैफिक खत्म नहीं हो रहा है।”
निष्कर्ष:
AI आधारित सर्च फीचर्स निश्चित रूप से सर्च इंजन के स्वरूप को बदल रहे हैं।
Google का दावा है कि कुल क्लिक वॉल्यूम में कोई बड़ी गिरावट नहीं है, लेकिन जब बात व्यक्तिगत वेबसाइट्स की आती है, तो कुछ को बड़ा नुकसान हो रहा है।
सच्चाई यह है कि सर्च की दुनिया में बदलाव बहुत पहले शुरू हो चुका था — AI ने बस इसे तेज़ कर दिया।
प्रमुख बिंदु सारांश में:
विषय | जानकारी |
---|---|
Google का दावा | ऑर्गेनिक ट्रैफिक स्थिर, क्लिक क्वालिटी बेहतर |
AI Overviews का प्रभाव | Zero-click searches में तेज़ वृद्धि |
Social Media की चुनौती | TikTok, Instagram, Reddit अब पहले विकल्प |
Similarweb रिपोर्ट | न्यूज़ सर्चेज में Zero Click 69% तक |
समाधान | नए मोनेटाइज़ेशन टूल्स: माइक्रोपेमेंट्स, सब्सक्रिप्शन |