दिल्ली-NCR में क्यों महंगी हुई प्रॉपर्टी

 

दिल्ली-NCR में प्रॉपर्टी की कीमतों में 30% तक की बढ़ोतरी ने रियल एस्टेट सेक्टर में हलचल मचा दी है। यह ट्रेंड केवल दिल्ली-एनसीआर तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के टॉप-7 महानगरों में भी इसी तरह की तेजी देखी जा रही है। एनारॉक (Anarock) प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, हाउसिंग प्राइस में यह तेजी इनपुट कॉस्ट (जैसे निर्माण सामग्री, लेबर और जमीन) के बढ़ने और घर खरीदारों की मजबूत मांग के कारण आई है।

दिल्ली-NCR में क्यों महंगी हुई प्रॉपर्टी

2023 की तुलना में 2024 में दिल्ली-NCR में घरों की औसत कीमत 5,800 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर लगभग 7,550 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है। यानी करीब 30% की सालाना वृद्धि। यह उछाल ऐसे समय में आया है जब बाजार में सप्लाई भी बढ़ी है और बिक्री में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है। इसके पीछे कई अहम कारण हैं:

  1. इनपुट कॉस्ट में इजाफा  स्टील, सीमेंट, सैंड, ट्रांसपोर्टेशन और मजदूरी जैसे फैक्टरों की लागत में बढ़ोतरी सीधे घरों की कीमत पर असर डाल रही है।

  2. जमीन की कीमतों में वृद्धि  मेट्रो शहरों और उनके आसपास की जमीन की वैल्यू में तेजी देखी गई है। डिमांड ज्यादा और जमीन सीमित होने के कारण दाम ऊपर गए हैं।

  3. महंगाई और ब्याज दरों का असर  बैंक लोन की दरें स्थिर होने के बावजूद महंगाई के चलते डेवलपर्स ने अपने मार्जिन को बनाए रखने के लिए कीमतें बढ़ा दी हैं।

  4. प्रीमियम लोकेशन की डिमांड  गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद जैसे इलाकों में हाई-एंड प्रोजेक्ट्स और ग्रीन इन्फ्रास्ट्रक्चर की वजह से कीमतें अधिक बढ़ीं।

टॉप-7  शहरों में क्या है स्थिति

एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के 7 प्रमुख महानगरों – दिल्ली-NCR, मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR), बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता – में 2024 के दौरान घरों की कीमतों में 13% से 30% तक का इजाफा देखा गया है।

शहर2023 औसत मूल्य (₹/sqft)2024 औसत मूल्य (₹/sqft)वृद्धि
दिल्ली-NCR₹5,800₹7,55030%
मुंबई MMR₹10,800₹13,15022%
बेंगलुरु₹6,200₹7,40019%
हैदराबाद₹6,000₹7,30021.7%
पुणे₹5,600₹6,80021.4%
चेन्नई₹5,900₹6,95017.8%
कोलकाता₹5,400₹6,20014.8%

बिक्री और सप्लाई का डेटा

दिल्ली-NCR में 2023 की तुलना में 2024 में बिक्री में 6% की गिरावट आई है – यानी 65,625 यूनिट्स से घटकर 61,900 यूनिट्स तक। वहीं फ्रेश सप्लाई में जबरदस्त उछाल देखा गया – 2023 में 36,735 यूनिट्स से बढ़कर 2024 में 53,000 यूनिट्स तक। यह 44% की वृद्धि दर्शाता है।

इससे यह संकेत मिलता है कि

  • डिवेलपर्स को बाजार में नए प्रोजेक्ट्स लाने में भरोसा है।

  • डिमांड बनी हुई है, भले ही बिक्री संख्या में थोड़ी कमी आई हो।

  • लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स और एंड यूज़र्स दोनों प्रॉपर्टी खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं।

क्या घर खरीदना अभी फायदेमंद है

  1. प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट अब भी सेफ ऑप्शन है – खासकर लंबे समय के लिए सोचने वाले निवेशकों के लिए। कीमतें बढ़ने के बाद भी कई लोकेशंस में ग्रोथ की संभावनाएं बनी हुई हैं।

  2. रेंटल यील्ड बढ़ने की उम्मीद  प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ी हैं लेकिन किराया भी समान अनुपात में ऊपर जा रहा है, जिससे किराए पर चढ़ाने वाले को अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

  3. पहली बार घर खरीदने वालों को योजना बनानी चाहिए  अगर आप एंड-यूज़र हैं, तो मौजूदा रुझानों को देखते हुए अब भी समय है सही प्रोजेक्ट चुनने का।

सरकार और नीतियों का असर

केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा अफोर्डेबल हाउसिंग को बढ़ावा देने की योजनाएं और डिजिटल रजिस्ट्रेशन प्रोसेस से पारदर्शिता बढ़ी है। इसके अलावा, RERA जैसे कानूनों के कारण भी खरीदारों का विश्वास बढ़ा है। हालांकि, मिड-सेगमेंट और हाई-एंड प्रॉपर्टीज़ में इन योजनाओं का असर सीमित है।

निष्कर्ष

भविष्य की दिशा

दिल्ली-NCR और अन्य टियर-1 शहरों में रियल एस्टेट प्राइस में बढ़ोतरी का ट्रेंड फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा। इनपुट कॉस्ट और प्रीमियम लोकेशंस की डिमांड इसे और आगे ले जा सकती है।

अगर आप निवेशक हैं, तो आने वाले 1-2 सालों में प्रॉपर्टी का रिटर्न अच्छा रहने की उम्मीद है। वहीं एंड यूज़र्स को अपने बजट और ज़रूरत के हिसाब से सही लोकेशन का चुनाव करना चाहिए।

सुझाव

  • निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स में निवेश करते समय डेवलपर की साख ज़रूर जांचें।

  • लोकेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ पर विशेष ध्यान दें।

  • सरकारी योजनाओं और रियल एस्टेट नीति में बदलाव पर नजर रखें।

दिल्ली-NCR की प्रॉपर्टी मार्केट फिलहाल बूम मोड में है। समझदारी से किया गया निवेश यहां अच्छे रिटर्न्स दे सकता है – बशर्ते आप सही समय, स्थान और प्रोजेक्ट को चुनें।